CAA लागू होने के बाद पड़ोसी देशों से आए वहां के अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता मिलनी प्रारंभ हो गई है। इसी बीच में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते रविवार को अहमदाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में 188 शरणार्थी हिंदुओं को भारत की नागरिकता का प्रमाण पत्र प्रदान किया। यह सभी वर्तमान में गुजरात के सुरेंद्रनगर, महेसाणा, मोरबी, पाटन, राजकोट और वडोदरा में रह रहे हैं।
इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्ष की तुष्टिकरण नीति की वजह से पड़ोसी देशों से प्रताड़ित होकर भारत आए वहां के अल्पसंख्यकों को इतने सालों तक न्याय नहीं मिल पाया। उन्होंने कहा कि अभी भी कुछ सरकारें शरणार्थियों को गुमराह कर रही हैं। लेकिन, मैं आप को विश्वास दिलाता हूं कि आप नागरिकता के लिए आवेदन करें। आप को नागरिकता और घर सब कुछ मिलेगा। सरकार पूरी सहायता करेगी। आप के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया जाएगा। कानून के तहत नागरिकता दी जाएगी।
इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्ष मुझसे संसद में पूछता है, आज मैं उन्हें जवाब देता हूं, जब बांग्लादेश आजाद हुआ तब वहां 27 प्रतिशत हिंदू थे। आज वहां सिर्फ 9 प्रतिशत हिंदू बचे हैं। क्या वह भारत आए या फिर उनका धर्म परिवर्तन किया गया? उन्होंने कहा कि जब 2024 में मोदीजी देश के प्रधानमंत्री बने तब देश भाई-भतीजावाद, वंशवाद की राजनीति से त्रस्त था। अब मोदीजी ने 15 अगस्त को कहा कि देश के 1 लाख युवा राजनीति में शामिल हो। जिसके परिवार का कोई भी राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है।